नहीं राजीव नहीं । यह दिन ख़राब नहीं है। मेरी पूरी ज़िंदगी ख़राब है । दिया के आने के बाद से मेरी पूरी ज़िंदगी बर्बाद और बकवास हो गई है । मैं अपने खुद के लिए कुछ कर नहीं सकती और ऐसी ज़िंदगी का वादा…
पक्षपात
मुझे पता है कि पापा और आप ने मुझे और अक्षय को एक अच्छी परवरिश देने के लिए अपनी सारी ज़िंदगी बहुत मेहनत की है। लेकिन इस सारी दौलत का फ़ायदा क्या है अगर…
अनजान रास्ते
नफ़रत है मुझे इस शहर से। भाग जाना चाहती हूँ मैं यहाँ से! मेरे लायक़ नहीं है यह शहर। इस जगह के लिए बहुत modern हूँ मैं। मैं किसी बड़े काम के लिये पैदा हुई थी…